CORRECT LYRICS
Lyrics : Khulke Jeene Ka
खुले जीने का तरीका तुम्हें सिखाते हैं
हँसके देखों ना लतीफ़ा तुम्हें सुनाते है
उमर के साल कितने हैं
गिन-गिन के क्या करना?
बीत जाए ना, गिनती में वरना
आओ फिल्मों के बेअदब गाने गाते हैं
Heroine-hero बन जाते हैं
खुले जीने का तरीका तुम्हें सिखाते हैं
हँसके देखों ना लतीफ़ा तुम्हें सुनाते है
खुशियां तो रखीं है pocket में
कागज़ के नन्हे से packet में
इनकी बिजली की तरह क्यूँ बचत करे बताओं ना
खरच कर डालेंगे सारी आज ही आओ ना
है महेंगे दर्द बड़े ओर मुस्कान पाई हमने मुफ़्त में
खुले जीने का तरीका तुम्हें सिखाते हैं
हँसके देखों ना लतीफ़ा तुम्हें सुनाते है
उमर के साल कितने हैं
गिन-गिन के क्या करना?
बीत जाए ना, गिनती में वरना
आओ फिल्मों के बेअदब गाने गाते हैं
Heroine-hero बन जाते हैं
दिल की हैं इतनी ही नादानी
चुटकी में हो जाए रूहानी
यारी ओर चाहत के जो बीच की वहीं सरहद है
पार उसकों कर जाना दिल की बुरी आदत है
आसानी से आजाए दो अंजान अंखियों की गिरफ्त में
हँसके देखों ना लतीफ़ा तुम्हें सुनाते है
उमर के साल कितने हैं
गिन-गिन के क्या करना?
बीत जाए ना, गिनती में वरना
आओ फिल्मों के बेअदब गाने गाते हैं
Heroine-hero बन जाते हैं
खुले जीने का तरीका तुम्हें सिखाते हैं
हँसके देखों ना लतीफ़ा तुम्हें सुनाते है
खुशियां तो रखीं है pocket में
कागज़ के नन्हे से packet में
इनकी बिजली की तरह क्यूँ बचत करे बताओं ना
खरच कर डालेंगे सारी आज ही आओ ना
है महेंगे दर्द बड़े ओर मुस्कान पाई हमने मुफ़्त में
खुले जीने का तरीका तुम्हें सिखाते हैं
हँसके देखों ना लतीफ़ा तुम्हें सुनाते है
उमर के साल कितने हैं
गिन-गिन के क्या करना?
बीत जाए ना, गिनती में वरना
आओ फिल्मों के बेअदब गाने गाते हैं
Heroine-hero बन जाते हैं
दिल की हैं इतनी ही नादानी
चुटकी में हो जाए रूहानी
यारी ओर चाहत के जो बीच की वहीं सरहद है
पार उसकों कर जाना दिल की बुरी आदत है
आसानी से आजाए दो अंजान अंखियों की गिरफ्त में