CORRECTAR LA LETRA

Letra : Badal Gaye

एक रात सही गुज़ार कभी
मेरा नाम तो तू पुकार कभी
मेरे सीने में जो कुछ साँसें बची
तू चाहे तो ले उधार कभी

जौन कहाँ मैं जौन कहाँ मैं
तू ही बता अब तू ही बता
मेरा हुआ ना मेरा हा ना
जो मेरा था हा मेरा ही था

मेरा प्यार वही है बस लोग बदल गये
मरीज़-ए-इश्क़ वही है
बस रोग बदल गये हैं
मेरा प्यार वही है बस लोग बदल गये
मरीज़-ए-इश्क़ वही है
बस रोग बदल गये हैं

हुंपे जो गुज़री है
वो हम ही तो बस जानते
कोई खलिश सीने में बची
तू रब्ब से तुम्हे क्यू माँगते

पहलिम ख़ाता हू तुम मेरी
तुम्हे इस क़दर ना बदनाम करूँ
सबको मैं बता किससे ये हुमारे
दर्द मेरे ना सरेआम करूँ