सपना मेरा टूटा-टूटा
सपना मेरा टूटा-टूटा
मुझसे मेरा साया क्यूँ छूटा है
सपना मेरा टूटा-टूटा
मुझसे मेरा साया क्यूँ छूटा है
के रब मिल भी गया तो क्या
मुझसे मेरा खुदाया रूठा है
बस एक ही दफ़ा, एक ही बार कर
मेरे यारा तू मुझको माफ़ कर
बस एक ही दफ़ा दरकार कर
मेरे यारा तू दिल से प्यार कर
बस एक ही दफ़ा, एक ही बार कर
मेरे यारा तू मुझको माफ़ कर
बस एक ही दफ़ा दरकार कर
मेरे यारा तू दिल से प्यार कर
बड़ा नादान निकला ये दिल, मोहब्बत को समझे मंज़िल
अब तन्हा सेया सा सफर है मेरा
बड़ा नादान निकला ये दिल, मोहब्बत को समझे मंज़िल
अब तन्हा सेया सा सफर है मेरा
ज़रा सा कहने को डरना, ज़रा सा मिलने को मरना
अब साँसों-दिलासों पे असर है तेरा